अपूर्ण गर्भपात क्या है?
अपूर्ण गर्भपात तब होता है जब आपके शरीर से गर्भपात (मेडिकल गर्भपात या मिसकैरेज) के बाद गर्भावस्था से जुड़े सभी ऊतक पूरी तरह से बाहर नहीं निकलते। (1, 2)
अपूर्ण गर्भपात के लक्षण
अगर आपको लगता है के आपका गर्भपात पूरा नहीं हुआ है तो इन शारीरिक लक्षणों पर ध्यान देना ज़रूरी है जो आमतौर पर अपूर्ण गर्भपात से जुड़े होते हैं:
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- योनि से मध्यम से तेज़ रक्तस्राव
- दर्द जो पीठ के निचले हिस्से, जननांगों या नितंबों तक फैल सकता है (1, 2)
अगर मुझे लगे कि मेरा गर्भपात पूरा नहीं हुआ है तो क्या करना चाहिए?
अगर आपको लगता है कि आपका गर्भपात पूरा नहीं हुआ है, तो किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा, जो आपकी स्थिति का सही तरीके से मूल्यांकन कर सके। अगर अपूर्ण गर्भपात की पुष्टि होती है, तो इसके इलाज के लिए सर्जिकल और मेडिकल दोनों तरह के विकल्प उपलब्ध हैं।
अपूर्ण गर्भपात की पुष्टि कैसे होती है?
स्वास्थ्य सेवा प्रदाता रक्त टेस्ट या अल्ट्रासाउंड के ज़रिए अपूर्ण गर्भपात की पहचान कर सकते हैं। रक्त टेस्ट में hCG नामक गर्भावस्था से जुड़ा हार्मोन मापा जाता है। अगर गर्भपात पूरा नहीं हुआ है, तो इसकी मात्रा कम होती है। अल्ट्रासाउंड में देखा जाता है कि क्या गर्भाशय में गर्भावस्था से संबंधित कोई ऊतक बाकी है। (1)
अपूर्ण गर्भपात का इलाज कैसे किया जाता है?
इलाज का तरीका आपकी सेहत और व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है। अपूर्ण गर्भपात के इलाज के 3 मुख्य तरीके हैं:
प्रतीक्षात्मक तरीका: इसमें डॉक्टर यह सलाह दे सकते हैं कि शरीर को समय दिया जाए कि वह खुद ही बचे हुए ऊतकों को बाहर निकाल दे, बिना किसी दवा या सर्जरी के। यह तरीका खासकर शुरुआती गर्भावस्था में सुरक्षित और सामान्य होता है।
मेडिकल तरीका: इसमें मिसोप्रोस्टोल नामक दवा दी जाती है। यह दवा गर्भाशय की मांसपेशियों को संकुचित करके गर्भाशय को साफ करने में मदद करती है। (4)
सर्जिकल तरीका: इसे अक्सर वैक्यूम एस्पिरेशन भी कहा जाता है, जो क्लिनिक में किया जाता है। इसमें डॉक्टर एक वैक्यूम मशीन से गर्भाशय से ऊतकों को धीरे से बाहर निकालते हैं। इसके दो प्रकार होते हैं: मैनुअल वैक्यूम एस्पिरेशन (MVA) और इलेक्ट्रिक वैक्यूम एस्पिरेशन (EVA)। दोनों ही विधियाँ ऊतक को सक्शन के ज़रिए निकालती हैं। (3)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपूर्ण गर्भपात के लिए कई उपचार विकल्प सुझाता है, लेकिन ये विकल्प गर्भावस्था के हफ़्तों पर निर्भर करते हैं।
14 सप्ताह से कम की गर्भावस्थाएँ
14 सप्ताह से कम गर्भावस्थाओं के लिए, इन दो तरीकों का उपयोग किया जा सकता है:
- वैक्यूम एस्पिरेशन
- मिसोप्रोस्टोल द्वारा मेडिकल तरीका
अपूर्ण गर्भपात के इलाज के लिए मिसोप्रोस्टोल लेने के दो तरीके होते हैं: ओरल और सबलिंगुअल। ओरल दवा वह होती है जिसे मुँह से निगला जाता है। सबलिंगुअल दवा वह होती है जिसे जीभ के नीचे रखा जाता है और कुछ समय तक या घुलने तक वहीं रखा जाता है। इन दोनों तरीकों की मात्रा अलग होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सलाह है कि या तो 600 माइक्रोग्राम (μg) ओरल मिसोप्रोस्टोल लिया जाए या 400 माइक्रोग्राम (μg) मिसोप्रोस्टोल सबलिंगुअली लिया जाए। (2)
14 सप्ताह या उससे अधिक की गर्भावस्थाएँ
14 सप्ताह या उससे अधिक की गर्भावस्थाओं के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मिसोप्रोस्टोल की सलाह देता है। व्यक्ति हर तीन घंटे में 400 माइक्रोग्राम μg) मिसोप्रोस्टोल की खुराक दोहरा सकता है। यह दवा सबलिंगुअली (जीभ के नीचे), वजाइनल (योनि के माध्यम से), या बक्कली (गाल और मसूड़े के बीच) ली जा सकती है। (2)
अपूर्ण गर्भपात के इलाज के बाद क्या उम्मीद की जा सकती है?
अगर आपने अपूर्ण गर्भपात के लिए इलाज कराया है, तो प्रक्रिया के बाद लगभग दो हफ्तों तक अनियमित रक्तस्त्राव या स्पॉटिंग की उम्मीद की जा सकती है। आप पैड का उपयोग करके रक्तस्त्राव के बहाव को नियंत्रित और मॉनिटर कर सकते हैं। मिसोप्रोस्टोल के उपयोग के बाद चार दिनों तक अधिक रक्तस्त्राव बहने की संभावना होती है।
इसके अलावा, मिसोप्रोस्टोल लेने के 30 मिनट के अंदर ऐंठन शुरू हो सकती है। मिसोप्रोस्टोल या वैक्यूम एस्पिरेशन से होने वाली ऐंठन कुछ हफ्तों तक रह सकती है। ये ऐंठन सामान्य माहवारी जैसी या उससे ज्यादा तेज़ हो सकती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका गर्भाशय गर्भावस्था से पहले के आकार में वापस लौट रहा होता है। (3,5)
मिसोप्रोस्टोल से अतिरिक्त दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जैसे बुखार और ठंड लगना। हालांकि बुखार 24 घंटे से ज्यादा नहीं रहना चाहिए। इसके अलावा, यह मतली, उल्टी और दस्त जैसे पाचन संबंधी दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकता है। मतली और उल्टी आमतौर पर दो से छह घंटे में ठीक हो जाते हैं। दस्त एक दिन में ठीक हो जाना चाहिए। अंत में, मिसोप्रोस्टोल त्वचा पर रैश भी पैदा कर सकता है, हालांकि यह कुछ ही घंटों में ठीक हो जाना चाहिए। (5)
इलाज के बाद ठीक होने का सबसे अच्छा तरीका है जितना हो सके उतना आराम करें। हालांकि, अगर आप ठीक महसूस करते हैं तो अगले दिन से अपनी रोजमर्रा की गतिविधियाँ दोबारा शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा, आप दर्द के लिए दवाएं जैसे कि आईबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन ले सकते हैं, जो आसानी से केमिस्ट से भी मिल जाती हैं। हमेशा लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें। (3)



